Yogini Ekadashi ~ योगिनी एकादशी in the Year 2020 will be Celebrated on Wednesday, 17 June 2020.
यह एकादशी आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष में मनाई जाती है। इस दिन व्रत रखकर भगवान् नारायण की मूर्ति को स्नान कराकर भोग लगाते हुए पुष्प, धुप, दीप से आरती उतारनी चाहिए। इस व्रत में गरीब ब्राहमणों को दान देना परम श्रेयकर माना जाता है। इस एकादशी के प्रभाव से पीपल वृक्ष के काटने से उत्पन्न पाप नष्ट को जाते हैं और जीवन के अंतिम समय में स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है।
Yogini Ekadash Story ~ योगिनी एकादशी कथा
यह प्राचीन समय की बात है। अलकापुरी नामक स्थान पर धन सम्पदा के देव कुबेर के यहाँ पर एक हेम नाम का माली रहता था। वह भगवान् शंकर के पूजन के लिए नित्य प्रति मानसरोवर के फूल लाया करता था। एक दिन की बात है, वह कामोंनमुक्त होकर अपनी स्त्री के साथ स्वच्छंद विहार करने के कारण फूल लाने में भूल कर बैठा तथा कुबेर के दरबार में काफी विलम्ब से पहुंचा। जिससे क्रोधित होकर कुबेर के श्राप से वह कोढ़ी हो गया। कोढी होकर जब वह मार्कंडेय ऋषि के पास पहुंचा तब उन्होंने हेम को योगिनी एकादशी का व्रत उपवास करने के लिए कहा। इस व्रत के प्रभाव से उसका कोढ़ समाप्त हो गया तथा वह दिव्य शरीर वाला होकर स्वर्गलोक को गया।