दोहा ह्रीं श्रीं क्लीं मेधा प्रभा जीवन ज्योति प्रचण्ड । शांति क्रांति जागृति प्रगति रचना शक्ति अखण्ड ॥ जगत जननी मंगल करनि गायत्री सुखधाम । प्रणवों सावित्री स्वधा स्वाहा पूरन काम॥