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Inspiration - (सुहाना वैवाहिक जीवन)

🙆पत्नी और 🚶पति की शादी हुए कई साल हो गए थे। उनमे खटपट नोक झोक होती रहती थी जैसे आम होती है। एक दिन खटपट या तू-तू, मै-मै कुछ ज्यादा बढ़ गई, पत्नी शिकायतों का पुलंदा लेकर बोलिंग करने लगी, पति कट मारकर या बाउंस से बचकर उतर दे रहा था और बोल रहा था गलतिया तो तुम भी करती ही हो,मै तो कोई शिकायत नही करता।
पति ने कहा धन्दे पर जाने के बाद मुझे कुछ याद नही रहता है, सुबह का शाम को, शाम का खाया दूसरे दिन याद नही रहता।
🔄तब मौका देखकर पत्नी बोली आज एक तारीख से महीने के अंत तक आपकी गलतिया लिखकर रखती हूँ और आप भी मेरी गलती लिखकर रखे फिर हम दोनों एक दूसरे की गलती पढ़कर जिसकी ज्यादा गलती होगी उसे योग्य दंड देगे।पति ने बात मान ली।

और रोज रात्रि को पत्नी शिकायत बुक में पति की गलतियों को उद्धृत करने लगी।पति भी रोज बुक लेकर वोही काम करने लगा।
🔄🔄महीना पूरा हो गया तय वक्त पर दोनों बेड रूम में बैठकर एक दूसरे की बुक अदला बदली कर प्रथम पत्नी के द्वारा लिखी शिकायत पति पढ़ने लगा, रोज कोई न कोई गलती लिखी हुई थी जैसे नहाये तो साबुन की टिकिया स्थान पर नही रखी, अपने कपड़ो को व्यवस्थित कपाट में नही रखा, ऑफिस से आने के बाद जूते-चप्पल -मौजा सही जगह पर नही रखे, घुमने जाने का वादा कर भूल गए,
खाना खाने के बाद थाली बेसिन में नही रखी, नाश्ता करने के लिए चार चार बार टकोर की, रुमाल टाई यहाँ वहा फैक दी, देखो कितनी शिकायते है आपकी यह तो मै हूँ तो टिकी हुई हु अन्यथा दूसरी होती तो कब की तलाक़ लेकर जा चुकी होती...
🎯फिर पत्नी रुबाब से पति द्वारा लिखी शिकायत की बुक पढ़ने के लिए पेज खोला पहला-दूसरा पेज कोरा आश्चर्य के बिच एक एक पेज खोल कर आगे का पेज खोल रही थी दिल की धड़कन बढ़ रही थी, पेज कोरे ही खुल रहे थे अंतिम पेज आया तो पत्नी के आँखों से 😰अश्रु की धारा छुट गई जहां लिखा था प्राण प्रिये जब भी मैने तुम्हारी गलतिया लिखने के लिए कलम उठाई तब तब अन्नायास तुम्हारा मासूम चेहरा मेरे आँखों के सामने आ जाता और तुम्हारी खुबिया ही मुझे दिखने लगती थी। सुबह मेरे से पहले उठकर नाश्ता बनाना खाना पकाना, कपड़े धोना, घर की साफ सफाई करना, समय पर सभी चीज़े हाजिर रखना यह कोई अलाउदीन के जिन द्वारा किये जाते कार्य से कम नही था।जिस प्रकार एक इंसान की कीमत जब शरीर के किसी हिस्से में, आँख- कान- हृदय- किडनी आदि में खराबी आने पर ही मालूम होती है। इसी प्रकार हे! अर्धांग्नी पत्नी की दिनचर्या देखने के बाद ही पत्नी की खुबिया उजागर होती है।नजरिया बदलिये जीने का अंदाज बदल जायेगा।रोज की तू तू मै मै बन्द हो जायेगी एक दूसरे के प्रति समर्पण आकर्षण बढ़ेगा प्रेम बढ़ेगा वैवाहिक जीवन सुहाना लगने लगेंगे।

वैवाहिक जीवन में 👂श्रवण ज्यादा और💋 बोलना कम करोगे तो जीवन नंदनवन बन जायेगा...और चारो तरफ🌺🌺🌼🌼🌹🌹🍄🍄 बहार ही बहार नज़र आएगी

 

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