रामनगर [नैनीताल]। महाभारत काल के पौराणिक शिव मंदिर में दर्शन करने मात्र से ही मन की सारी मुरादे पूर्ण हो जाया करती है। ग्राम ढिकुली जो कभी महाभारत के समय में विराटनगरी के नाम से जानी जाती थी। उसके पश्चिम की ओर पहाडियों पर पांडवों द्वारा बनाया गया प्राचीन शिव मंदिर आज भी विराजमान है। किदवंती है कि इस शिवमंदिर में शिवलिंग की स्थापना पांडव पुत्र भीम ने की थी। मंदिर के आसपास खुदाई के दौरान क्षेत्रीय ग्रामीणों को कई बार पांडव काल की कलाकृतियां मिली। जिन्हें कुछ लोगों ने सहेज कर अपने घरों में रखा गया है। पुरातत्व विभाग की उपेक्षा के कारण पर्यटन के मानचित्र में इस प्राचीन शिव मंदिर का उल्लेख नहीं हो पाने से यह मंदिर आज भी उत्तराखंड की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की नजरों में नहीं आ पाया। अन्यथा यह मंदिर लोकप्रियता के नए आयाम स्थापित कर सकता था।