एक माँ थी और एक उसका बेटा था.माँ ने मेहनत मजदूरी करके अपने बेटे की परवरिश की.दुःख लक्लीफें उ ाकर उसे पाला पोसा और बड़ा किया.अब ये नवजवान हो चुका था.एक दिन कहीं से गुजर रहा था तो रास्ते में एक लड़की पर नज़र पड़ी.पहली ही नज़र उसके दिल में घर कर गई ,और उसे उस लड़की से प्यार हो गया.अब वो रोजाना उसी रास्ते से गुजरने लगा.रोजाना आते जाते उसका दीदार करने लगा.इस तरह कई दिन बीत गये.और वो लड़की भी ये महसूस कर चुकी थी की ये नवजवान मेरे लिए ही रोजाना यहाँ से गुजरता है.एक दिन उस नवजवान ने हिम्मत करके उस लड़की से अपने प्यार का इजहार कर दिया.लड़की ने उसकी बात को हलके में लेते हुए कहा की अगर तू मुझसे प्यार करता है तो जो मै मांगूं वो मुझे लाकर दे.उस नवजवान ने कहा की बोल तो क्या चाहती है ? तो लड़की ने जवाब दिया की मुझे तेरी माँ का दिल चाहिए.ये सुनकर एक बार तो वो सन्न रह गया.फिर बोला की ये तो नामुमकिन है.तो वो लड़की बोली की फिर तुझसे प्यार करना भी मेरे लिए ना मुमकिन ही है.इस पर वो लड़का ये कहकर चला गया की मै सोचूंगा.फिर कुछ दिन यूँ ही गुजरते गये.उस नवजवान को उस लड़की की बहुत ज्यादा याद आती.उसकी मोहब्बत उसे बैचेन करती.उसकी याद में उसका जीना दुश्वार होने लगा.पर उसे लड़की की बात याद आती की माँ का दिल चाहिए.आखिर कार उसने इस प्यार के आगे हार मान ली.और अपनी माँ का कत्ल करने का इरादा कर लिया.और कुल्हाड़ी लेकर घर गया और अपनी माँ पर वार किया और उसे मार डाला.फिर चाकू लेकर उसके दिल को काटा ,और हाथ में लेकर दोड़ता हुआ उस लड़की की तरफ गया.इतने में पाऊं को ोकर लगी और वो गिर पड़ा.उसके हाथ से माँ का दिल भी छुट पड़ा.उसके गिरते ही उस माँ के दिल से आवाज आई की 'ऐ मेरे लाल तुझे कहीं चोट तो नही आई ?' लेकिन वो उस आवाज की परवाह किये बगैर दोड़ता हुआ उस लड़की के पास पहुंचा.और उसकी तरफ हाथ बढ़ाते हुए बोला की ये लो ये मेरी माँ का दिल है .ये देख कर लड़की एक दम सन्न रह गई.और बोली की 'ऐ नालायक , जिस माँ ने तेरी जिन्दगी भर दुःख तकलीफ उ ाकर परवरिश की ,जब तू उसी का ना हुआ तो मेरा क्या हो सकेगा.मुझे अफ़सोस है तुझ पर की तुने एक छोटी सी मोहब्बत के लिए अपनी माँ को ही मार डाला.जा मुझे तुझ जैसे की मोहब्बत नही चाहिए.हो सकता है की कल तू किसी के कहने से मुझे भी मार डाले.उसकी बातें सुनकर वो नवजवान बहुत ज्यादा शर्मिदा हुआ.और अपनी माँ का दिल हाथ में लिए हुए रोता रहा.और कहता रहा की माँ मुझे माफ़ कर दो.मै एक मामूली से प्यार में अँधा हो चुका था.लेकिन माँ बिचारी क्या बोलती.और वो रात भर रोता रहा ,आखिर कार सुबह उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.