तीन चीज़ों के लिए मर मिटो - धेर्य, देश और मित्र।
तीन चीज़ें इंसान की अपनी होती हैं - रूप, भाग्य और स्वभाव।
तीन चीजों पर अभिमान मत करो – ताकत, सुन्दरता, यौवन।
तीन चीज़ें अगर चली गयी तो कभी वापस नहीं आती - समय, शब्द और अवसर।
तीन बातें कभी मत भूलें - उपकार, उपदेश और उदारता।
तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं - सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु।
तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं - चोरी, निंदा और झू ।
तीनों व्यक्ति का सम्मान करो - माता, पिता और गुरु।
तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो - मन, काम और लोभ।