नानक के द्वार पर नानक की माँ ने दस्तक दी और कहा, बेटे अब सो भी जाओ रात करीब करीब जाने को हो गयी नानक चुप हुए, और तभी रात के अँधेरे मे एक पपीहे ने जोर से कहा, पियु पियु, नानक ने कहा सुनो माँ अभी पपीहा भी चुप नहीं हुआ, अपने प्यारे की पुकार कर
रहा हे, तो में केसे चुप हो जाऊ? इस पपीहे से मेरी होड लगी हे, जब तक यह गता रहेगा पुकारता रहेगा में भी पुकारता रहूँगा, और इसका प्यारा तो बहुत पास हे मेरा प्यारा बहुत दूर हे, जन्मो जन्मो गाता रहू तो ही उस तक पहुँच सकूंगा, रात और दिन का हिसाब नहीं रखा जा सकता हे, नानक ने फिर गाना सुरु कर दिया...