भारत के जम्मू और कश्मीर में पहाड़ी पर स्थित मां वैष्णोदेवी मंदिर की कहानी और महिमा के बारे में माना जाता है कि लगभग 700 वर्ष पहले मां वैष्णोदेवी के मंदिर का निर्माण एक ब्राह्मण पुजारी पंडित श्रीधर द्वारा किया गया था। हिंदू धर्म में वैष्णो देवी, जो माता रानी और वैष्णवी के रूप में भी जानी जाती हैं, देवी मां का अवतार हैं। यह उत्तरी भारत में सबसे पूजनीय पवित्र स्थलों में से एक है।
वैष्णो देवी मंदिर के बारे में रोचक तथ्य:
· जम्मू के उत्तर में 61 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तट से 5200 फीट की ऊँचाई पर माँ की पवित्र गुफा स्थित है।
· माँ वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है। जम्मू से कटरा की दूरी लगभग 50 कि.मी. है। कटरा से ही माता के दर्शन के लिए आपको नि:शुल्क ‘यात्रा पर्ची’ मिलती है। यह यात्रा पर्ची 6 घंटे तक मान्य रहती है।
· बाण गंगा में यात्रियों के सामान की जांच (चेकिंग) की जाती है। चढ़ाई यात्रा के बीच में आपको जलपान, चाय, भोजन आदि का प्रबंध भी किया गया है।
· माँ के दर्शन के लिए रातभर यात्रियों की चढ़ाई का सिलसिला चलता रहता है। यदि आप पैदल यात्रा नही करना चाहते, तो आप हेलिकॉप्टर, पिट्टू भी किराये पर ले सकते है।
· कटरा से लगभग 14 मीटर खड़ी चढ़ाई के बाद ही मां के भवन के दर्शन होते हैं।
· वैष्णो देवी ने जिस जगह बना भैरोनाथ का वध किया था, उसी स्थान को माता रानी का भवन कहा जाता है। गुफा के अंदर कोई मूर्ति नहीं हैं, लेकिन इसी जगह पर पत्थर की 3 प्राकृतिक संरचनाएं है, जिन्हे पिण्डी कहा जाता है। इस गुफा की लंबाई 30 मी. और ऊंचाई 1.5 मी. है।
· तीन पिंडियो में माँ काली (दाएँ), माँ सरस्वती (बाएँ) और माँ लक्ष्मी पिंडी (मध्य) के रूप में गुफा में विराजित है। यहाँ दर्शन साल भर चौबीसों घंटे खुले रहते है।
· गुफा के अन्दर जिस स्थान पर माता विराजमान है उसे गर्भजून कहा जाता है।
· भैरवनाथ का वध करने पर उसका शीश भवन से तीन कि.मी. दूर जिस स्थान पर गिरा, आज उस स्थान को ‘भैरोनाथ के मंदिर’ के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अपने वध के बाद भैरवनाथ को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने माँ से क्षमा याचना की, जिसके बाद माता ने उसे माफ़ कर दिया और भैरवनाथ को वरदान देते हुए कहा कि मेरे दर्शन तब तक पूरे नहीं माने जाएँगे, जब तक कोई भक्त मेरे बाद तुम्हारे दर्शन नहीं करेगा।
· यहां पर प्रतिवर्ष हजारों किलो सोने-चांदी के आभूषण चढ़ाए जाते हैं। माता वैष्णो देवी मंदिर की सालाना आय लगभग 500 करोड़ रुपये है। यह देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है।
· जम्मू के कटरा मे ऊंचे पहाड़ों पर बने इस मंदिर में सालभर श्रद्धालुओं का तांता लगता है। वैष्णो देवी मंदिर भारत में आंध्रप्रदेश के चितूर जिले में स्थित तिरूमला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद दूसरा सर्वाधिक देखा जाने वाला धार्मिक तीर्थ-स्थल है।
· भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 19 मई 2018 को मंदिर के लिए 7 किलोमीटर लंबे और 6 मीटर चौडे एक वैकल्पिक मार्ग को भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। इस मार्ग को बनाने में करीब 80 करोड़ रुपये की लागत आई थी।
· वर्ष 1986 के बाद से श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा इस तीर्थ स्थान का प्रबंधन और यात्रियों की यात्रा आरामदायक बनाने के उद्देश्य से विकासात्मक गतिविधियां सम्पन्न की जा रही है। बोर्ड द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न प्रकार के विकास कार्य यहाँ आये हुए दान से किया जाता है।