जैसे कुछ ग्रहों के साथ शनि देव शुभ होते हैं और कुछ के साथ अशुभ फलदायी, उसी प्रकार कुछ 12 राशियों में से कुछ में शनि लाभदायक तो कुछ में हानिकारक होते हैं.आपकी कुण्डली में शनि किस राशि में हैं और यह आपको किस प्रकार से प्रभावित करेंगे आइये इसे देखें.
मेष राशि में शनि: (Saturn in Aries)
राशिचक्र में सबसे पहला स्थान मेष राशि का है.इस राशि में शनि नीच (Saturn is debilitated in Aries) का होता है.शनि नीच होने से यह अशुभ फलदायी होता है.इस राशि शनि की स्थिति से व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है.इस राशि में जिनके शनि होता है शनि उन्हें ह ी और क्रोधी बनाता है.यह व्यक्ति को बुरी आदतों की ओर ले जाता है. मेष राशि में जब शनि की महादशा (Shani Mahadasha in Aries) चलती है उस समय रिश्तेदारों एवं मित्रों के साथ विरोध उत्पन्न होता है.इस समय सम्बन्धों में दूरियां भी बढ जाती है.
वृष राशि में शनि: (Saturn in Taurus)
वृष राशि राशिचक्र में दूसरी राशि है(Taurus is the 2nd sign).जिस व्यक्ति की कुण्डली मे शनि इस राशि में होता है वह व्यक्ति असत्य भाषण करने वाला होता है.ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ऐसा व्यक्ति विश्वासपात्र नहीं होता यह अपने स्वार्थ के लिए किसी को धोखा दे सकता है.यह काफी चतुर और शक्तिशाली होता है.काम की भावना इनमें अधिक रहती है.कई स्त्रियों अथवा पुरूष से इनके सम्बन्ध हो सकते हैं अगर कुण्डली अन्य शुभ ग्रह की स्थिति न हो.
मिथुन: (Saturn in Gemini)
तीसरी राशि है मिथुन राशि.इस राशि में शनि का होने पर यह व्यक्ति को दु:साहसी बनाता है.व्यक्ति चतुर और धूर्त प्रकृति का होता है.राजनीति एवं कुटनीतिक क्षेत्र में इन्हें विशेष सफलता मिलती है.इनमें दया और सद्भावना की कमी होती है.संतान की दृष्टि से यह स्थिति बहुत अच्छी नहीं होती है क्योंकि यह अल्प संतान का योग निर्मित करता है.साहित्य, संगीत एवं सौन्दर्य के प्रति व्यक्ति में विशेष लगाव रहता है.
कर्क राशि: (Saturn in Cancer)
राशि चक्र की चौथी राशि है कर्क राशि.जिस व्यक्ति की कुण्डली में चतुर्थ भाव में शनि होता है वह व्यक्ति जिद्दी और दूसरों से ईर्ष्या करने वाला होता है.स्वार्थ की भावना इनमें प्रबल रहती है.मातृ पक्ष से इन्हें सुख की कमी महसूस होती है.जब शनि की महादशा कर्क राशि में होती है उस समय इन्हें विशेष कष्ट होता है.शनि की महादशा में इनें पारिवारिक जीवन में उथल पुथल, मानसिक अशांति, अस्वस्थता मिलती है.
सिंह राशि: (Saturn in Leo)
सिंह राशि राशि चक्र में पांचवीं राशि है. इस राशि में शनि के होने से शनि व्यक्ति को गंभीर और चिंतनशील बनाता है.व्यक्ति अपने कार्य निपुण और परिश्रमी होता है.इस राशि में शनि से प्रभावित व्यक्ति अपनी बातों पर अडिग रहने वाला होता है.गोचर में इस राशि में जब शनि की महादशा चलती है उस समय इन्हें अत्यधिक परिश्रम करना होता है.अनावश्यक रूप से धन की हानि होती है और मन में निराशात्मक विचार आते रहते हैं.
कन्या राशि: (Saturn in Virgo)
जिनकी कुण्डली में कन्या राशि में शनि (Shani in Virgo Rashi) होता है वे परोपकारी और गुणवान होते हैं.इस राशि में जिनके शनि होता है वे धनवान और शक्तिशाली होते हैं.कम बोलने वाले और लेखन एवं गंभीर विषयों में रूचि रखने वाले होते हैं.ये सामाजिक कार्यों में शामिल रहते हैं.पारम्परिकता एवं पुराने विचारों में यकीन रखने वाले होते हैं.इस राशि में शनि की महादशा में इन्हें यश और लाभ मिलता है.
तुला रशि: (Saturn in Libra)
तुला राशि में जिनके शनि (Saturn in Libra) होता है उनके लिए शनि उत्तम फल देने वाला होता है.यह व्यक्ति को स्वाभिमानी, महत्वाकांक्षी और भाषण कला में निपुण बनाता है.यह व्यक्ति को स्वतंत्र विचारों वाला और चतुर बनाता है.आर्थिक रूप से मजबूत और कुशल मानसिक क्षमता प्रदान करता है.
वृश्चिक राशि: (Saturn in Scorpio)
शनि देव जिनकी कुण्डली में वृश्चिक राशि में होते हैं वह व्यक्ति जोशीला और क्रोधी होता है.इनमें अभिमान और वैराग्य की भावना रहती है.इनका स्वभाव गंभीर और ईष्यालु होता है.इस राशि में शनि की महादशा जब चलती है तब आर्थिक क्षति और मान सम्मान की हानि होती है.
धनु राशि: (Saturn in Sagittarius)
राशिचक्र में शनि का स्थान नवम है. इस राशि में शनि (Shani in Dhanu Rashi) होने पर यह व्यक्ति को व्यावहारिक और ज्ञानवान बनाता है.व्यक्ति परिश्रमी और नेक विचारों वाला होता है.चतुराई और अक्लमंदी से काम करने वाला एवं दूसरों के उपकार को मानने वाला होता है.इस राशि में जब शनि की महादशा चलती है उस समय व्यक्ति को सुख और उत्तम फल प्राप्त होता है.शिक्षा के क्षेत्र में महादशा के दौरान सफलता मिलती है.
मकर राशि: (Saturn in Capricorn)
राशि चक्र की दशवीं राशि यानी मकर राशि में शनि व्यक्ति को परिश्रमी और ईश्वर के प्रति आस्थावान बनाता है.कारोबार में प्रगति, आर्थिक लाभ, ज़मीन जायदाद का लाभ यह शनि दिलाता है.शनि इनकी प्रकृति शंकालु बनाता है.लालच और स्वर्थ की भावना भी इनके अंदर रहती है.
कुम्भ राशि: (Saturn in Aquarius)
जिनकी कुण्डली में शनि दशम भाव यानी कुम्भ राशि में होता है वह व्यक्ति अहंकारी होता है.आर्थिक रूप से सामान्य रहते हैं.कूटनीतिक क्षेत्र में सफल और बुद्धिमान होते हैं.नेत्र रोग से पीड़ित होते हैं.व्यवहार कुशल और भाग्य के धनी होते हैं.
मीन राशि: (Saturn in Pisces)
राशिचक्र की 12वीं राशि है मीन.मीन राशि में शनि (Shani in Meen Rashi) स्थित होने पर यह व्यक्ति को गंभीर बनाता है.व्यक्ति दूसरों से ईर्ष्या रखने वाला व महत्वाकांक्षी होता है.इस राशि में शनि के होने पर व्यक्ति उदार और समाज में प्रतिष् ित होता है.शनि इनकी आर्थिक स्थिति भी समान्य बनाए रखता है.
इस प्रकार शनि विभिन्न राशियों में फल और प्रभाव देता है.