हस्ताक्षर का महत्व
सदियों से लोगों के चरित्र को भांपने के विचित्र तरीकों को आजमाया गया है। कौन किस प्रकार से बात करता है, उससे उसके चरित्र की झलक मिलती है। यहां तक कि व्यक्ति के चलने के तरीके, किसी से वार्तालाप करते समय हाथ-पांव को उपयोग करने का तरीका और अब तो व्यक्ति के हस्ताक्षर करने के तरीके से भी चरित्र के बारे में पता लगाया जा सकता है।
हस्ताक्षर और स्वभाव
जी हां, आपके हस्ताक्षर! किसी कानूनी एवं व्यवसायिक दस्तावेज़ों पर इस्तेमाल होने वाला बनावटी सा अक्षर, जो लोगों के सामने आपकी पहचान बनाता है, वही आपका हस्ताक्षर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज़रूरत पड़ने पर आपका एक हस्ताक्षर आपको आपके चरित्र से रूबरू करा सकता है?
हाथों से लिखित अक्षर
अपने स्वभाव के बारे में वैसे तो हर किसी को जानकारी होती है, परन्तु कुछ बातें ऐसी होती हैं जो इंसान खुद भी अपने संदर्भ में जान नहीं पाता है। उन सभी बातों के ऊपर से पर्दा उठाता है आपका हस्ताक्षर। हस्ताक्षर की मूल परिभाषा के मुताबिक इसे दो भागों में विभाजित किया जाता है, हस्त+अक्षर। जिसका अर्थ है हाथों से लिखित अक्षर।
हस्ताक्षर एक कला
हस्ताक्षर एक ऐसी कला है जो हर किसी में विभिन्न प्रकार की होती है। कोई हस्ताक्षर करते समय अपना पूरा नाम लिखना पसंद करता है, तो कोई आधा-अधूरा। किसी को हस्ताक्षर के साथ आड़ी-तिरछी लाइनें खींचना पसंद है, तो कोई तरह-तरह की बिंदुओं से अपने हस्ताक्षर को सजाता ह
हस्ताक्षर करने का तरीका
कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो हस्ताक्षर करते समय हमेशा ही जल्दबाजी में होते हैं, मानो उनकी कोई ट्रेन छूट रही हो। और कुछ सहज स्वभाव से आराम से हस्ताक्षर करते हैं। परन्तु यह सभी तरीके उस इंसान के चरित्र को ही दर्शाते हैं जिसके द्वारा हस्ताक्षर किए गए हों।
हस्ताक्षर एवं जन्म कुंडली
एक व्यक्ति की जन्म कुंडली उसके बारे में विभिन्न परिभाषाएं देती है। किसी विशेष व्यक्ति की जन्म कुंडली को परिभाषित करने के लिए एक ज्योतिषी ब्रह्मांड में उपस्थित नौ ग्रहों का सहारा लेता है। मान्यता है कि इन ग्रहों का संबंध व्यक्ति की लिखावट, लेखन शैली एवं हस्तलिखित अक्षरों से भी होता है।
नौ ग्रह
इसीलिए इन ग्रहों का इस्तेमाल हस्ताक्षर के संदर्भ में व्यक्ति के व्यक्तित्व पर रोशनी डालने के लिए किया जाता है। तो आपका हस्ताक्षर ब्रह्मांड में मौजूद किस ग्रह से मिलकर आपके चरित्र को दर्शाता है और इसका आप पर क्या प्रभाव पड़ता है।
सूर्य ग्रह
नौ ग्रहों में सबसे पहला और सबसे श्रेष्ठ माना जाने वाला ग्रह है, सूर्य ग्रह। यदि आपके हस्ताक्षर सरल, सीधे एवं स्पष्ट होते हैं, तो आपका सम्बन्ध ब्रह्मांड में मौजूद सूर्य ग्रह से है। यह ग्रह आपको स्वभाव में सरल तथा विशाल हृदय वाला बनात है
कितना प्रभावी?
ब्रह्मांड में मौजूद सभी ग्रहों में से सूर्य ग्रह अत्यंत सम्मानित माना जाता है। ठीक इसी प्रकार से सूर्य ग्रह जिसकी कुंडली में सूर्य ग्रह सकारात्मक दृष्टि से विराजमान हों, उसे संसार में हर किसी से सम्मान ही हासिल होता है। ऐसे लोग समाज में प्रतिष्ठित पद प्राप्त करते हैं।
चंद्र ग्रह
यदि आप अपने हस्ताक्षर करते समय नाम लिखने के बाद अंत में एक बिंदु या फिर कोई खास चिन्ह लगाते हैं, तो आपके हस्ताक्षर चंद्रमा की प्रवृत्ति वाले हैं। ऐसे लोग रचनात्मक होते हैं। उन्हें सजावट से बेहद प्रेम होता है। किंतु इनके स्वभाव की अच्छी-बुरी बातें इस बात पर निर्भर करती हैं कि इनकी जन्म कुंडली का चन्द्रमा शुभ स्थिति में है या अशुभ।