भागवत कथा सुनने से जहां भगवान से प्रेम बढता है वहीं भटकते हुए मन को शांति भी मिलती है। भागवत कथा श्रवण से भगवान से निकटता बढती है और मन का असंतोष कम होता है। उन्होंने कहा कि पितृ दोष निवारण यज्ञ करने और कथा श्रवण से सभी दुख दूर होते हैं।