रामानंद सागर ने रामायण को जब एक टी वी सीरियल के माध्यम से लोगो के सामने दिखाया तो पब्लिक इसे देखकर मंत्रमुघ्द हो गयी। सीरियल जब राष्ट्रीय चैनल दूरदर्शन के माध्यम से दर्शकों तक पंहुचा तो रामायण की लोकप्रियता इतनी अधिक थी कि गली मोहल्लो में मानो सन्नाटा पसर जाता था सभी लोग अपने काम तक छोड़कर रामायण देखते थे। रामायण सीरियल से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें यहाँ बताई जा रही है हो सभी को बहुत अच्छी लगेंगी।
1- रामायण सीरियल जिसको रामानंद सागर ने बनाया था “Mythological Serial” कैटेगोरी में जून 2003 में लिमका बुक रिकार्डस में नाम शामिल किया गया था।
2- रामायण का प्रसारण पाँच महाद्वीपों में किया गया जिसको दुनिया भर में 65 करोड़ से भी अधिक ऑडियंस के द्वारा देखा गया था।
3- भारत का पहला एकमात्र ऐसा टीवी सीरियल "रामायण” ही था। जिसका टेलीकास्ट उस समय 45 मिनट किया जाता था। जबकि अन्य बाकी कार्यक्रम मात्र 30 मिनट ही प्रसारित किये जाते थे जिसमें ऐडवर्टीजमेंट का समय जुड़ा होता था।
4- संगीत की दुनिया में रविंद्र जैन जी को रामायण ने नए शिखर पर पहुंच दिया था उनके संगीत की मधुर आवाज घर घर में सुनाई देने लगी थी।
5- काफी वाद विवादों के बाद भारत सरकार द्वारा अनुमति मिलने पर “रामायण” का पहला भाग भारतीय राष्ट्रीय नेटवर्क “दूरदर्शन” पर 24 जनवरी सन 1987 को दिखाया गया था।
6- रामायण की लेटेस्ट कैसेट्स दूरदर्शन के दफ्तर में एक सप्ताह पहले ही पहुंचते थे। दूरदराज बाहर के क्षेत्रों में तो ये कैसेटस टेलीकास्ट से मात्र आधा घंटा पहले ही ऑफिस पहुंच पाते थे।
7- धारावाहिक रामायण को स्पोंसर करने के लिये कोई भी भारतीय प्रोडूसर तैयार नहीं हुआ था। आखिरकार रामानंद सागर को इसे खुद स्पोंसर करना पड़ा जिसका उनको बाद में भरपूर लाभ मिला क्योंकि सीरियल जबरदस्त हिट साबित हुआ था।
8- इनफार्मेशन एंड टेलीकास्ट मिनिस्ट्री के सर्वे से पता चला था कि सीरियल रामायण के प्रसारण के समय भारत के 99% टी.वी. पर रामायण टेलीकास्ट होता था।
9- उस समय “रामायण” के लिए भारत के लोगों में ऐसी दीवानगी थी कि जब इसका प्रसारण होता था तो पब्लिक ट्रान्सपोर्ट भी जाम हो जाया करता था।
10- भारत के कुछ भागो में “रामायण” ऐपीसोड प्रसारण के समय लोग अपने जूते चप्पल बाहर निकालकर बैठते थे। लोग इसके साथ बड़ी आत्मीयता और श्रद्धा के साथ जुड़े हुए।
11- रामानंद सागर जी को एक भारतीय ने पांच हजार रूपये (जो उस समय एक बड़ी धनराशि होती थी) का चैक और एक लेटर भिजवाया था। जिसमें लिखा हुआ था कि मै अपनी बेटी को दहेज के रूप में रामायण की कैसेट देना चाहता हूँ।
12- रामायण की कास्ट एंड क्रू में लगभग 150 लोग शामिल होते थे। रामानंद सागर जी के द्वारा इन सभी के लिए शूटिंग के समय शाकाहारी खाना बनवाया जाता था।
13- धारावाहिक रामायण के सभी ऐपीसोडस की शूटिंग “उमरगाव” स्टूडियो में की गयी थी। जिसकी मुम्बई से डिस्टेंस लगभग 15 मील थी। इस स्टूडियो को स्पेशली रामायण के लिये ही रेंट पर लिया गया था ।
14- 78 एपिसोड में तुलसीकृत रामायण के पूरे होने के बाद जब ऑडियंस की भारी मांग पर लव कुश को इसमें दिखाने की मांग की तो रामानंद सागर जी ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह काल्पनिक होगा। फिर भी सीरियल के इस हिस्से पर एक लम्बा वाद विवाद हुआ और रामानंद सागर को 10 वर्ष तक अदालत में एक केस भी लड़ना पड़ा।
15- सीरियल से जुड़ाव को इस बात से समझा जा सकता है कि भारत के कुछ मन्दिरो में राम सीता के चित्र के रूप में रामायण के मुख्य कलाकार अरुण गोविल (राम) व दिपिका चिखालिया (सीता) के फोटो लगे हुए है।
16- जब रामायण में जूनियर आर्टिस्ट्स की आवश्यक होती थी, तो गांवों में जाकर ढोल नगाड़े बजाकर कलाकार शामिल कर लिए जाते थे।
17- सीरियल से लोगो के जुड़ाव का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है। कि जब रामायण में रावण का वध होता है तो रावण की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी के गांव में लोगो द्वारा शोक मनाया जाता है।
18- अरुण गोविल(राम) व दिपिका चिखालिया(सीता) को जब किसी कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाता था तो लोग उनके पैर छूने लगते थे। उनको वही श्री राम और सीता के रूप में सम्मान दिया जाता था।
19- श्री राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को “राजीव गांधी” ने इलाहाबाद से कांग्रेस पार्टी से इलेक्शन लडने के लिये कहा था। मगर गोविल (राम) ने ये कहते हुए उनसे साफ मना कर दिया था कि ‘यह मेरी प्रभु राम की इमेज को धूमिल कर देगा।
20- अरुण गोविल (राम) और सुनील लहरी (लछ्मण) ने मिलकर मुम्बई मे राम-लछ्मण प्रोडक्शन हाउस के नाम से अपनी एक प्रोडक्शन कम्पनी खोल ली थी।
21- दिपिका चिखालिया(सीता) ने बाद में अपने पति हेमन्त टोपीवाला की कॉस्मेटिक कम्पनी में मार्केटिंग हेड के तौर पर काम करना शुरू किया।
22- रामायण सीरियल में काम करने के बाद में श्री राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल (राम) ने नशीले पदार्थो शराब, बीडी-सिगरेट, तम्बाखू का सेवन करना छोड़ दिया था।