गूँजता राम का नारा है-
यहाँ काव्य की महिमा दशकों से गाई जाती है, निमाड़ की माटी की चहक-महक हर घर में पाई जाती है, प्रभातफेरी की घंटी के संग गूँजता राम का नारा है, प्रेम सहित गौरव से बोले ये अपना लोनारा है।
जन्म है माँ, मृत्यु है माँ, माँ जीवन का सार, माँ है तो हम है, माँ से बना संसार ।