समाज में जैसे नदी पार करने को नौका चाहिए वैसे ही भवसागर पार करने को प्रभु की कथा रूपी नौका की जरूरत है। जिस भी भक्त ने प्रभु से नाता जोडा उसे प्रभु मिले।
आज के समाज में जहां भ्रष्टाचार और आतंकवाद का बोलबाला है वहां कन्या भ्रूण हत्या का कोढ भी बढ रहा है।