भाई ज्योतिष कोई भी बन सकता है केवल पढ़ाई के जरिए।
जैसे कोई व्यक्ति डॉक्टरी करता है वैसे ही ये ज्योतिषी है।
डाक्टर खून टैस्ट, एक्सरे, सोनोग्राफी आदि प्रक्रिया से बिमारी का पता कर उचित दवाई के द्वारा रोगी का इलाज करता है।
उसी प्रकार ज्योतिष भी कुण्डली, हस्तरेखा, सामुद्रिक, अंक शास्त्र द्वारा रोगी का उपचार करता है।
अब रही बात फिस की तो क्या आप यह ही प्रश्न डॉक्टर से करोगे कि स्टाम्प पें लिख कर सही होने की गारंटी दे?
नहीं कह सकते ना।
उल्टा वहां तो डॉक्टर खुद आपसे लिखवाता है कि मर गया तो हमारी जिम्मेदारी नहीं। क्यो सही है ना।
और ज्योतिष......
ज्योतिष के अनुसार आप उपाय अवश्य करें क्योंकि उसके उपचार में पुण्य का ही मार्ग होता है।
और पुण्य करोगे तो अच्छा तो होगा ही।
तो आपका नुकसान कहा हुआ?
तो जो आपको फिस उचित लगे देना ही है।
नहीं लगे तो फ्री अभिलाषा भी नहीं करे।
आपकी तरह ज्योतिष का भी परिवार है भाई।
और रही बात बिजनेस की तो आज ये जान ले हा ये बिजनेस ही है।
आप ये भी सोचते होंगे कि गांव में या कोई साधू पैसे की बात नहीं करता फ्री में देखता है नि:संदेह आप सही है, किंतु आप जान ले कि उसको केवल अनुभवी ज्ञान है या उसका परिवार नहीं है। वैसे ही गांवों में अनुभवी हड्डी के वेद, हकिम और भी हर घर में आयुर्वेद के जानकार मिल जायेंगे।