जिस किसी भी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होता है वह जीवन भर किसी न किसी कारण से परेशान रहता है। अधिक मेहनत करने के बाद भी उसे उचित फल नहीं मिलता। आज यानी महाशिवरात्रि के दिन यदि इस दोष के निवारण के लिए उपाय किया जाए तो इस दोष का प्रभाव काफी हद तक कम हो जाता है।
उपाय
महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उ कर स्नान आदि कार्यों से निवृत्त होकर किसी शिव मंदिर में जाकर या घर पर ही एकांत में भगवान शिव की प्रतिमा के सामने महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जप करें। प्रत्येक मंत्रजप के साथ एक बिल्वपत्र भगवान शिव पर चढ़ाते रहें।
मंत्र
ऊँ हौं ऊँ जूं स: भूर्भुव: स्व: त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवद्र्धनम्।
उर्वारुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् भूर्भुव: स्वरों जूं स: हौं ऊँ।।
महाशिवरात्रि के बाद प्रत्येक दिन इस मंत्र का जप 108 बार करें। यदि यह संभव न हो तो जितना जप आप कर सकें, उतना ही करें। इस उपाय से कालसर्पदोष का असर कम होने लगेगा तथा हर कार्य में सफलता मिलने लगेगी।