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रामनवमी : राशि के अनुसार करें पूजन
21 घंटे रहेगा रवि पुष्य नक्षत्र-
वर्तमान में वृषभ, कर्क तथा मीन राशि वाले शनि की ढैया तथा कन्या, तुला व वृश्चिक राशि वाले जातक शनि की साढ़ेसाती को अनुभव कर रहें हैं। कन्या राशि वाले को शनिदेव की साढ़ेसाती का अंतिम ढैया, तुला राशि वालों को द्वितीय ढैया तथा वृश्चिक राशि वाले जातकों को प्रथम ढैया चल रहा है। ऐसे में शनिदेव की कृपा प्राप्ति के लिए राम नवमी का दिन श्रेष् है।
यह होंगे लाभ : दिन विशेष पर श्रीराम व हनुमान आराधना से उक्त राशि के जातकों को शत्रु शमन, उच्च पद की प्राप्ति, मानसिक शांति, नेतृत्व क्षमता, मनोबल में वृद्घि, संबंधों में मधुरता तथा प्रगति के अवसरों की प्राप्ति के साथ समय की अनुकूलता प्राप्त होगी।
शनि की ढैया और साढ़ेसाती में मिलेगी अनुकूलता :- इस वर्ष रामनवमी (1 अप्रैल) रवि पुष्य नक्षत्र के दिव्य संयोग के साथ आ रही है। करीब 10 वर्षों के बाद ऐसा शुभ संयोग बना है। इस दिन भगवान श्रीराम के साथ हनुमानजी की आराधना करने से शनि की ढैया तथा साढ़ेसाती से प्रभावित जातकों को अनुकूलता प्राप्त होगी।
विभिन्न राशि के जातक क्या करें :-
मेष- श्रीराम रक्षा स्त्रोत का पा ।
वृषभ- श्रीराम स्तुति।
मिथुन- इंद्रकृत रामस्त्रोत का पा ।
कर्क- श्रीरामाष्टक का पा ।
सिंह- श्रीसीता रामाष्ट्कम का पा ।
कन्या- श्रीराम मंगलाशासनम का पा ।
तुला- श्रीराम प्रेमाष्ट्कम का पा ।
वृश्चिक- श्रीराम चंद्राष्ट्कम का पा ।
धनु- जटायुकृत श्री रामस्त्रोत का पा ।
मकर- आदित्य हृदय स्त्रोत के साथ श्री रामरक्षा स्त्रोत कवच का पा ।
कुंभ- सुंदरकांड के साथ श्रीराम रक्षा कवच।
मीन- अयोध्याकांड के साथ बाल कांड का पा ।