कई बार मेले में लोग खो जाते है, लेकिन जो इस रामायण मेले में खो गया उसे निश्चित ही भगवान मिल जायेंगे।
रामकथा के माध्यम से मर्यादा का पालन किया जाना चाहिए। भगवान राम, लक्ष्मण और सीता ने वनवास काल में इस परिक्षेत्र में निवास किया। वह आज भी यहां निवास करते हैं, इसलिए तुलसीदास ने रामचरित मानस में कहा कि चित्रकूट सब दिन बसत,प्रभु सियलखन समेत। मेले में कई प्रकार की घटनाएं होती हैं। कुछ लोग खो जाते है वह नहीं मिलते, लेकिन रामायण मेला में जो खो जाता है वह भगवान से मिल जाता है। इसलिए ऐसे आयोजन में खो जाना चाहिए।
ऐसी व्यास पी को नमन है, जो रामलीला का मंचन कर रही है।