श्रावण महीना (चंद्र माह) में 16 सोमवार के व्रत पहले सोमवार से शुरू करें । हर सोमवार को गंगा जल और बिल्वा पत्र (108 या 51) शिवलिंग पर अर्पित करें, साथ ही कुछ शुद्ध घी, मिठाई,फल आदि शिवालय में चढ़ाएं। सूर्यास्त के बाद दिन में एक बार खाना खाएं यदि संभव हो तो मंगलवार सूर्य उगने के समय तक नमक का उपभोग न करें। इस अवधि के दौरान प्याज, लहसुन आदि का उपयोग न करें। कामुक आनंद की किसी भी गतिविधि का परहेज करें। 17 वें सोमवार को उचित उद्यापन करें।