"लोगों के भीतर देखना, सारे जीवन कोशिश क्या चलती है?
एक ही कोशिश कि किसी तरह सिद्ध कर दूं कि मैं विशिष्ट हूं;
मैं कुछ खास हूं। मेरे जैसा कोई और नहीं। मेरे होने से पृथ्वी
धन्य है। मैं न होता न मालूम दुनिया का क्या होता! मैं न रहूंगा
तो दुनिया का पता नहीं क्या हो जाएगा। -ओशो" More