पुरषोत्तम मास ( अधिक मास) की तिथि " नवमी " के दिन १३ के संख्या मे दान किये जाते है . १३ की संख्या मे आप नारियल, केले ,खजूर ,अंगूर या आम आदि इनमे से जो भी उपलब्ध हो उसके किसी पात्र मे रख कर किसी योग ब्रह्मिन को दान करे तो आपको धन , धान्य, संतति, संपत्ति ,यश और कीर्ति की प्राप्ति होती है. भगवन पुरषोत्तम के श्री चरणों मे स्थान मिलता है .इस दिन व्रत रखने से और अन्न दान, वस्त्र दान , धन दान करने से पूरे अधिकमास का फल मिलता है और सभी मनोकामना पूर्ण होती है .
आज के दिन गौ सेवा करने से , तुलसी पूजन करने से , पीपल पूजन करने से , आंवला पूजन करने से और भगवान सूर्य को अर्ग्य देने से सभी सांसारिक दुखो से मुक्ति मिलती है. दुर्भाग्य सौभाग्य मे बदल जाता है.